नुपुर शर्मा का जीवन परिचय। उनका मुहम्मद पैगम्बर के बारे में क्या था बयान।

 कौन है भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा| Nupur Sharma Biography in Hindi. नुपुर शर्मा का जीवन परिचय।



नुपुर शर्मा का जन्म 23 अप्रैल 1985 को दिल्ली में ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
नूपुर शर्मा ने अपनी शिक्षा दिल्ली के दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) से विद्यालयी शिक्षा पूर्ण कर हिन्दू कॉलेज से वकालत की पढ़ाई की।

आगे की शिक्षा इन्होने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, लंदन से की, जहाँ से इन्होने एल एल एम की डिग्री हासिल की. अर्थशास्त्र और कानून की पढ़ाई कर चुकी नूपुर ने राजनीति में अपना करियर संवारने का प्रयत्न किया।

कैसे नूपुर शर्मा राजनीत में आई  

 नूपुर शर्मा का राजनीतिक करियर उनके कॉलेज के दिनों में ही शुरू हो गया था। नूपुर शर्मा ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की टिकट से दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ का चुनाव लड़ा और उसमे विजय भी हुई।
इस तरह यह भारतीय जनता पार्टी के युवा चेहरे के रूप में राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की सदस्य चुनी गई तथा भाजपा यूथ विंग की मिडिया प्रभारी चुनी गई तथा दिल्ली की राज्य कार्यकारिणी में भी इन्हें स्थान मिला।
वर्ष 2015 में दिल्ली में भाजपा से विधायक पद का चुनाव लड़ी लेकिन कामयाब नहीं हुई इसके बाद ये भाजपा की मीडिया प्रवक्ता बन गई और अपनी पार्टी की तरफ़ से बोलने लगी।

क्या है नूपुर शर्मा का विवादित बयान (Nupur Sharma controversy)

पार्टी प्रवक्ताओं के लिए टीवी डिबेट्स में सोच समझकर बोलने और विवाद से बचने की चुनौती हमेशा बनी रहती है, मगर कई बार वे निशाना बन जाते हैं. ऐसा ही नूपुर शर्मा के साथ टाइम्स नाउ के एक प्राइम टाइम टीवी डिबेट शो में हुआ।
बात ज्ञानवापी मस्जिद पर चल रही थी।  जिसमें मुस्लिम पक्षकार बार बार शिवलिंग को फव्वारा बताकर वाराणसी की सड़कों पर बने अन्य फव्वारों को पूजने के लिए कहते हैं।

नूपुर अपने पूजनीय भगवान महादेव के अपमान के बदले पैगम्बर मोहम्मद व उनकी आयशा के साथ कम उम्र में शादी और बराक पर मौलाना से सवाल करती हैं, और उनका यही बयान विवाद बन जाता हैं। हालांकि नूपुर ने पब्लिक डिस्कोर्स में उपलब्ध तथ्य और इस्लामिक ग्रन्थ में कही बात ही दोहराई।

उनके इस बयान के एक दिन बाद मोहम्मद जुबैर नाम के एक फेक्ट चेकर द्वारा वीडियो अपलोड कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की जाती हैं, इस घटना को लेकर कानपुर में हिंसा की घटना को अंजाम देकर सोशल मिडिया के जरिये अरब देशों तक इस घटना को बढ़ा चढ़ाकर प्रसारित किया जाता हैं।

दवाब में मोदी सरकार द्वारा नूपुर शर्मा को पार्टी से छः वर्ष के लिए निलम्बित करने के साथ ही उनका बचाव करने वाले एक अन्य प्रवक्ता नेता नवीन कुमार जिंदल को भी पार्टी से निकाल दिया जाता हैं।

नूपुर ने अपने इस वक्तव्य के लिए सार्वजनिक रूप से माफ़ी भी मांगी हैं, मगर कट्टरपंथियों द्वारा उन्हें जान से मारने की लगातार धमकियां भी मिलती रही. थ्रेट के चलते दिल्ली पुलिस ने उन्हें सुरक्षा भी मुहैया करवाई।

अब हम पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा से जुड़ी कुछ ऐसी बातों और तथ्यों को आपके समक्ष रखेगे जो शायद आप नहीं जानते हैं।

▪️हालिया विवाद में नूपुर शर्मा को डच सांसद गीर्ट वाइल्डर्स समेत देश के करोड़ों लोगों ने अपना समर्थन दिया है तथा बीजेपी की कार्यवाही को कायराना बताया हैं।

▪️नूपुर के मोहम्मद पैगम्बर पर दिए बयान से करीब 8 से 10 मुस्लिम देशों ने कड़ी आपत्ति जताई तथा सोशल मिडिया पर भारत व पाकिस्तान के मुसलमानों ने भी इन्हें जान से मारने की धमकी दी व करोड़ों में हेड मनी का ऐलान भी हुआ।

▪️न्यूज पोर्टल हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा वर्ष 2009 में जारी देश की प्रमुख दस वुमेन इन्स्प्रेशन पर्सनलिटी में इनका नाम भी शामिल किया गया था।

▪️साल 2012 में यूनाईटेड स्टेट अमेरिका में आयोजित इंडो-पाक अमेरिकन काउंसिल ऑफ यंग पॉलिटिकल लीडर्स सम्मेलन में भारतीय जनता पार्टी व भारत सरकार के प्रतिनिधि दल में इन्हें शामिल किया गया था।

▪️दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्र संघ रहते हुए नूपुर शर्मा ने महाविद्यालय परिसर की सुरक्षा के लिए सोलर लैंप, वाटर प्यूरीफायर और सीसीटीवी सुविधा का जिम्मा उठाया तथा पूरा किया ऐसे कामों से इन्हें लोकप्रियता भी मिली।



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